#RCM
अचल होउ अहिवातु तुम्हारा।
जब लगि गंग जमुन जल धारा॥
वन जाते समय माता कौशल्या ने मां जानकी को आशीर्वाद दिया और कहा
"जब तक गंगा और यमुना की जलधार रहेगी तब तक तुम्हारा सुहाग अटल हो"
#thread
" मागी नाव न केवटु आना। कहइ तुम्हार मरमु मैं जाना"
RCM 1.99-100
क्यों धर्म ग्रन्थ बार बार पढ़ने पर अलग अलग अर्थ देते हैं?
"मागी नाव न केवटु आना "
ये चौपाई रामचिरत मानस में श्री राम और केवट प्रसंग की सब से पहली चौपाई है। इसी लाइन के ३ अर्थ निकल सकते। तीनों अर्थ
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