कभी वतन के लिए सोच के देख लेना,

कभी मां के चरण चूम के देख लेना,

कितना मजा आता है मरने में यारों,

कभी मुल्क के लिए मर के देख लेना

महान स्वतंत्रता सेनानी जी की जयंती पर उन्हें कोटि–कोटि नमन।

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मेरे सीने में जो जख्म है वह सब फूलों के गुच्छे हैं हमें तो पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे हैं

शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती पर उन्हें मेरा शत-शत नमन


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