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पग घुंघरू बांध मीरा नाची रे।
मैं तो मेरे नारायण की, आपहि हो गई दासी रे।
लोग कहें मीराबाई भई बावरी, न्यात कहैं कुल नासी रे।।
विष का प्याला राणाजी भेज्या, पीवत मीरा हांसी रे।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, सहज मिले अविनाशी रे।।
Meera Bai sa🙏
reminded of this on seeing🙏wood sculpture
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय॥
जो शिव नागराज वासुकि का हार पहिने हुए हैं,तीन नेत्रों वाले हैं, तथा भस्म की राख को सारे शरीर में लगाये हुए हैं,महान ऐश्वर्य सम्पन्न वे शिव नित्य-अविनाशी तथा शुभ हैं।
ॐ नमः शिवाय🚩
ॐ नमः शिवाय
#अविनाशी अविकारी शिव सबके स्वामी 🙏🏻🌺🙏🏻
#हर_हर_महादेव
#सुप्रभात 🌺🙏🏻🌺