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साहित्य के अनमोल रतन का नाम मुंशीजी नहीं था।
कन्हैयालाल मुंशी का मुंशी और प्रेमचंद का प्रेमचंद, हंस पत्रिका के मुख्य पेज पर सम्पादकद्वय का नाम "मुंशी-प्रेमचंद" छपता था। जिसके चलते मुंशी प्रेमचंद कहने की आदत बन गई।
जन्मथिति पर नमन्! #मुंशी_प्रेमचंद
राष्ट्रगान के रचयिता, महान दार्शनिक, साहित्यकार, विश्वविख्यात कवि, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित गुरुदेव श्री #रबिन्द्रनाथ_टैगोर जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। #RabindranathTagore #rabindranathtagorejayanti