जब हुआ सागर का मंथन
विष का चश्मा फूट गया
देव दैत्य के हाथों से
नाग वासुकी छूट गया
तीनों लोक में त्राहि त्राहि
ब्रह्मा भी घबराए थे
दौड़े दौड़े सब प्राणी तब
शरण कैलाश की आए थे।

अदियोगी शिव शम्भू ने
भय का तब निदान किया
भर कर प्याला उस विष से
शंकर ने विषपान किया

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シバちゃん(@ _4shivava__)とあそんだ🤍学パロ描きました

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hhh a sketch that i kinda like but at the same time not

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This dude but like shivava or shmthing

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